पार्टी वाले बीजेपी ,कांग्रेस कह रही है कि जनता भेड़ बकरी हैं

पार्टी वाले बीजेपी ,कांग्रेस कह रही है कि जनता भेड़ बकरी हैं जिधर सीटी मारो उधर भाग जाते हैं। 70 सालों से देखते आ रहे हैं बुजुर्ग लोग कहते हैं पार्टी पक्षपात कर रही है। पार्टीबाजी सरकार गांव का प्रधान से प्रधानमंत्री तक।

प्रत्येक नागरिक के विकास के पैसों का शोषण गाव के प्रधान बीडीओ से लेकर देश का प्रधान मंत्री प्रशासनिक तंन्त्र पटवारी + डी॰एम (पुलिस विभाग) आदि का व्यवहार आप 70 सालों से देखते आ रहें हैं , पार्टी वाली सरकार अदखिचरी सरकार अदखिचरू विकास , फीस , घूस , सिफारिस ,सोर्स पहचान के माध्यम से प्रत्येक नागरिक की स्वतंत्रता को भंग कर , गुलाम रख कर घुट घुट कर जीने को मजबूर कर शराब के नशे प्रत्येक नागरिक को बेहोस कर पैंसा ,दारू , लालच देकर , वोट मांगकर , बरसाती नाले का पानी पिलाकर , पानी का धारा बन्द कर पांच साल लगभग 1825 दिन प्रत्येक नागरिक को घुट घुट कर जीने के लिए मजबूर कर रही है।
यदि प्रत्येक नागरिक की समझ में उपरोक्त शब्द आ गया तो अपनी वोट का प्रयोग भारत माता के हित में न्याय , सत्य , नियम कानून , मरियादाओं के पालन हेतु भारत राष्ट्रहित में ही करें। रोजगार झलमामा देगा डरो मत / सूर्य , चन्द्र , राजा , प्रतिनिधि , न्याय नियमों का पालन हेतु ड्यूटी निभाते हैं।
प्रतिनिधि राजा (नेता) = प्रधान से प्रधानमंत्री तक से बड़ी ताकत शक्ति पावर , गरिमा , मत (वोट) एक वोट देेने वाले की है। वोटर है तो राजा है वोटर ही नहीं तो राजा क्या करेगा , किस पर राज करेगा , एक राजा न्याय पर राज करे ,न्याय के आगे , पक्षपात , स्वार्थ , पार्टी राज अन्याय , अत्याचार , विवेक हीन , गवांर , मुर्ख ,बेवकूफ टिक नहीं सकते हैं।
एक वोटर , एक सीट , एक सूर्य एक चन्द्रमाँ व गुरू संसार भारत में भारतीय संस्कृति भारत माता की गोद , जन्मदाता का अन्न (दूध) में वो सर्वगुण सम्पन न्याय है जो अन्य देशों में नहीं है।
प्रत्येक नागरिक मतदाता (वोट) को झलमामा का संदेश है कि जिसने अपनी जन्म दाता माँ के साथ , व्यवहार अच्छा नहीं किया , उसके न्याय को ठुकराया , माँ शब्द का अर्थ न समझ पाया , समझदार आदमी से उचित (न्याय) राय लेकर अकल नहीं आयी , जो होगा देखा जायेगा , धैर्य खोकर चंचलता दिखाई वह बीजेपी कांग्रेस पार्टी शब्द का भोजन का गफा ग्रास बनकर गुलाम रहकर घुट घुट कर जीने को मजबूर होकर जीना पड़ेगा।



जरा समझदारी से काम लें
केन्द्र का राज्य सरकार भारतीय संविधान नियम कानून का उलंघन कर , प्रत्येक नागरिक के
साथ खिलवाड़ कर रहे मोदी अलग एक ऐसा राजा नेता है , जिस पर कांग्रेस बीजेपी आदि कौवे की तरह का का कर झपट रहे हैं।
कर्णप्रयाग विधानसभा क्षेत्र = क्षेत्रपाल (चौकीदारी) के लिए आपकी माँ का भाई मामा = झलमामा , आनन्दमणी दत्त जोशी को भारी मतों से विजयी बनायें। मोती का मोदी से झलमामा स्वयं न्याय के बल पर निपट लेंगे , मोदी राजा है , बीजेपी नहीं। प्रत्येक नागरिक को स्वयं में सक्षम , साहस , हिम्मत , धैर्य , गम्भीरता , अकल , समझदारी से स्वयं निर्णय लेना भारत माँ की गोद में खेलना आनन्द है। पक्षपात , स्वार्थ , अन्याय , अत्याचार , गंवारपन , उल्लू के साथ , गुस्सा काल के साथ , मूर्ख बनना , होस में बेहोस होना कुपुत्र मूर्ख के लक्षण हैं , भारत माँ की गोद में मूर्ख का होना , माँ के हृदय मंे (चीरे , काटना) मारने के समान है।
भारत व राष्ट्रहित में कार्य व सोच रखें
निष्पक्ष , निर्दलीय विधायक ईमानदार सुयोग्य होना आवश्यक है। शपथ पत्र , बोंड , शर्तनामा वोट से पहले नियम कानून पर शर्त लिखें (मन में)
नौकर , पार्टीबाज , मालिक का वफादार नहीं होता है , पक्षपात , स्वार्थ पर लूट कर काट कर भाग जाता या मालिक को मार देता है।
भारतहित में (गांव , घर ,परिवार) न्याय , निष्पक्ष , स्वतंत्र वोट (मत) का प्रयोग करें (झलमामा) 9 march 2017 सूर्य उदय से अस्त तक , अंधेरे में अन्धा , मत बन जाना पांच साल 1825 दिन घुट घुट कर जीना पड़ेगा।
सभी भारत माता की सन्तानों (प्रत्येक नागरिक) के साथ समान व्यवहार होना अनिवार्य है।
प्रत्येक मतदाता (वोट) न्याय पक्ष पर वोट भारत हित में दें , अनुशासन नियम कानून का पालन हो , पार्टीबाज , भ्रष्टाचारी है टीवी चैनल , अखबार आदि बता रहे हैं , पार्टीबाज पक्षपात , अन्याय कर मरियादाओ सविंधान का दुर्प्रयोग कर रहे हैं , बेसरम बने हैं , जिनको अपनी इज्जत प्यारी नहीं , वो दूसरे का सम्मान क्या करेंगे।
प्रत्येक मतदाता (वोटर) अपनी मन की हृदय गति न्याय के निर्णय वोट दें , दिखावा संसार कलाई पॉलिसी चोर बदमास , डाकू हैं , शराब व पैंसे के लालच मंे फंसा कर धोखेबाजी करता है।
अकल से सोच समझ कर न्याय पक्ष मंे वोट दें अपनी जन्मदाता को नाराज मत करना = क्षेत्रपाल (चौकीदारी) आपका झलमामा , प्रधान व प्रधानमंत्री से मामा स्वयं निपट लेगा , शक्ति व पावर वोट तो दो।
झलमामा झलमामा झलमामा झलमामा झलमामा

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