नई जागृति सोच आनी ( होनी ) चाहिए

बिना रोजगार (बिना नौकरी) का सबकी कु॰ कन्या किसोरी की शादी का होना विलम्ब नजर अंदाज है ,कई अर्चनें हो रही है अच्छा व स्वतंत्र किसको नहीं  चाहिए अर्थात सबको चाहिए  प्रश्न करना कठिन है , उत्तर देना सरल है , आपकी सोच पर निर्भर है , आप संसार हैं , संसार है तो सब कुछ है संसार नहीं तो कुछ भी नहीं है (0) ख्वाबों में न जीएं हकीकत में जीना सीखें ।⇜゜💭

     कविता है प्रत्येक नागरिक को सोच समझ कर फैसला लेना है माँ का आदेश अनिवार्य है सुनो-

कांग्रेस व बीजेपी दो मौसेरे भाई नेहला, देहला, पृथ्वी संसार भारत देश मं राज कर केन्द्र राज्य , दिल्ली व उत्तराखण्ड में राज कर जनता (प्रत्येक नागरिक) को लक्ष्मी (रूपया पैंसा)का वाहन उल्लू के साथ बहला फुसला कर अंधेरे में रख कर नशीला पदार्थ (शराब) का साथ लेकर राज कर रहे हैं जनता (प्रत्येक नागरिक) को पथ भमित कर पार्टी, गुजबाजी बना कर , शान्ति दुर्गा का वाहन शेर की दहाड़ से घायल कर सताती है। प्रत्येक नागरिक मनुष्य इतना सीधा है कि सर कट जाय पर जान देने को पार्टीबाजी में अपना न्याय खोकर मन में रोता है। उपाय कुछ नहीं है पांच साल लगभग 1825 दिन तक , पांच साल आने में वह सब भूल कर फिर फंस जाता है पार्टीबाजी के जाल में और भविष्य की पीढी (आपके बच्चे) सत्य असत्य को न समझ कर भेड़ बकरी की तरह जनप्रतिनिधि (अन्वाल) की सीटी बजा कर (आवाज पर) आकर्सित होकर हरी घास की पत्ती (रूपया पैंसा) शक्ति शेर के दहाड़ के ग्रास  घायल होकर मन में रोते रहते हैं।
       आओ न्याय पर विधि के विधाता , विधायक भविष्य का निष्पक्ष, न्याय, निर्दलीय  (जय हनुमान, माँ का आँचल (गोद), विजय काल भैरवी से अन्याय, भ्रष्टाचार का वध कर) उम्मीदवार पं० आनन्दमणी दत्त जोशी (झलमामा) का साथ दें , परिवर्तन ही जीवन है , नया मार्ग (मानवता) पर चलना सावधानी उत्तम व पास (उत्तीर्ण) होना खुशी है।
1. शिक्षा (किसी को ज्ञान की बात पूछो प्रश्न कर खुद भी  जवाब ढूंढने की कोशिश करें)
2. रोजगार (दो मौसेरे भाई पार्टी गुटबाजी कर दहाड़ से डराते हैं , प्रत्येक का ध्यान कहाँ से आयेगा भ्रष्ट हो गये हैं)
3. सेवा आशीर्वाद (वृद्ध की सेवा न की , कहना नहीं माना , मन दुःखी असंतुष्ट कर दिया , कुमन कुपित कर दिया सेवा नहीं की , घूमने तफरी लेने नहाने पुण्य कमाने हरिद्वार काशी गये लेकिन तभी मन में खयाल आया कि माता पिता की सेवा न की आशीर्वाद नहीं लिया भला कहाँ से होगा मन तो मैला है , लाल टमाटर दिखलावटी का क्या करें हंस की सवारी करें)
तीन पालिकाओं के पदाधिकरियों का कहना है कि आप(प्रत्येक नागरिक) स्वतंत्र नहीं जी सकते हैं हमारे गुलाम रहेंगे उदाहरण जिलाधिकारी चमोली आदि
समझदारी बड़ों में अनुसशासन है मरियादायें हैं तो देश को महान बनाता है (बना देती है)
1 . विधायक का अपना क्षेत्र अपना घर परिवार है
2 . अनुशासन ही (घर, गांव, जिला, राज्य, देश भारत) प्रत्येक नागरिक (व्यक्ति) को स्वयं में महान बनाता है। परावलम्बी पर नहीं, अनुशासित बनें कथनी करनी स्वयं में एक साथ करो।
3. भ्रष्टाचार का अर्थ संकीर्ण विचार , जर्जर दुःखी , सच्चाई को दबाना , हीन भावना में जीना प्रत्येक नागरिक को हानि कारक है भविष्य अंधेरे में रख कर अपने को गुलाम रख कर जीना व्यर्थ हैं धिक्कार हैं दादागिरी दिखाकर दूसरे का हक छीनकर खाना आपके बच्चों का भविष्य अंधेरे में हैं।
4 .  विधायक उपरोक्त लिखित नम्बर 4 को आराम से समाप्त कर सकता है इतनी पॉवर , गरिमा , क्षमता विधायक  स्व्यं में सक्षम है, प्रजातंत्र में प्रशासनिक का सर्वश्रेष्ठ सर्वोत्तम पद जनता का प्रतिनिधि विधायक के पास है। अकल बड़ी या भैंस बड़ी जरा सोचिए सलाह दीजिए  -
           मो. 9927289583
6 . विधायक अपने घर के प्रत्येक व्यक्ति को सम्भाल सकता है व अनुशासित (नियम कानून) के बल पर शिक्षा , रोजगार , सेवा प्रदान कर सकता है। अपने घर को स्वच्छ , सुविधाजनक बना कर ऐश्वर्य प्राप्त कर सकता है । आपके बगल का घर स्वच्छ , सुविधाजनक बनाया गया है आप देख रहे हैं सुन रहे हैं ।
7 . परीक्षा में पास होने के लिए मेहनत, तपस्या , अनुशासित , परिश्रम सतर्कता बरतना सफलता की कुंजी है।
8 . अपने माता , पिता , गुरूजनों के सामने प्रत्येक नागरिक (बच्चे) को खिलाना    (हंसना) अच्छा है मुरझाना (दुःखी) अच्छा है। अपनी सलाह दें सम्पर्क -          
                मो . 9927289583
9 . उपरोक्त 4 ने सच्चाई (उज्वल भविष्य का मार्ग)को गुलाम (दबा) रखा है हम (प्रत्येक व्यक्ति) देख रहे हैं 25 साल से (विकास के पैंसों का शोषण गबन हो रहा हैं प्रत्येक व्यक्ति को कंगाल बना रहे र्है)
10. आओ अपने घर को उपरोक्त नम्बर 4 को मिटाना , समाप्त करने के लिए पं० आनन्दमणी दत्त जोशी का साथ देकर प्रत्येक व्यक्ति (नागरिक) स्वतंत्रता आजाद के मार्ग पर चलें-
                           मो.992728958
कर्णप्रयाग विधान सभा सीट से लड़ने का लक्ष्य निर्दलीय प्रत्यासी के तौर पर चुनाव मैदान में उतरने का लक्ष्य
दो आदमियों का झगड़ा तीसरे का फायदा , अन्याय करते हैं

सोचे समझें
         

            न्याय (सुरक्षा) के अधिकार पंच , पटवारी , पुलिस , एस०डी०एम , डी०एम हैं जिन्होंने न्याय  त्यागकर अन्याय पर आप (प्रत्येक व्यक्ति) को गुलाम बना रखा है । सचेत होस आप (प्रत्येक व्यक्ति) अपनी होसियारी बरतें , गेंहूँ के साथ घुन न पिसे साफ (सावधानी) करें होस में काम लें अपना भविष्य स्वयं उज्वल बनायें , जो गरिमा (पावर) हस्ती, अधिकार कर्तव्य , मानवता भारत के प्रत्येक नागरिक वह तीनों पालिकाओं के पदाधिकारियों की भी नहीं है , उनको अधिकार दिए गये हैं, आनकी पावर , गरिमा मोदी जी ने 500व 1000 के नोट में दिखा दिया है , जिसे कुछ नहीं कर पाये , रूपया पैंसा लक्ष्मी का वाहन उल्लू है कब क्या कर दें पता नहीं जरा सोचे समझें अपने साथ स्वयं धोखा (भ्रमित) न करें

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