अनुशासन विहीन परिवार , राज्य , देश व्यर्थ है

1. वर्तमान राज्य सरकार व केन्द्र सरकार आम खुला कह व लिख रही है कि भारत का सविंधान नियम कानून छोटे कर्मचारी , गरीब व सीधे लोंगों को बनाया गया है , सब आदमियों को नहीं है। 

श्री अनसुया प्रसाद मैखुरी डिप्टी स्पीकर उत्तराखण्ड सरकार देहरादून 
श्री हरीश रावत जी मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड सरकार देहरादून
श्री भुवन चन्द्र खन्डूड़ी जी सांसद गढ़वाल भारत सरकार दिल्ली 

     पार्टी नाम की सरकार प्रत्येक नागरिक मतदाता को इधर उधर लालच देकर लपट रही है धोखा दे रही है , ज्ञान विहीन बना रही है।

    आपके विकास का विनाश कर रही है आपका शोषण कर आपके अधिकार कर्तव्यों मानवता का दुर्प्रयोग कर रही है , पार्टी की सरकार नियम कानून का उलंघन कर अनुशासन हीनता दिखा कर एक ग्राम प्रधान तक पंहुच कर भ्रष्टाचार फैला रही है कि उस उस पार्टी का है मत बोलो , मत पूछो रहने दो । प्रशासनिक तन्त्र आप देख रहे हैं , कैसा व्यवहार कर रहे हैं आप पर पार्टी वाली अदखिचरू विकास , एक बच्चे के डोमेसियल पर दारू फीस अन्य की बात करते हैं , पार्टी प्रशासन तन्त्र को नियम कानून अनुशासन से कोई मतलब नहीं है । भ्रष्टाचार फैलाने से मतलब है।
  
    इसलिए कर्णप्रयाग विधानसभा क्षेत्र = क्षेत्रपाल , चौकीदारी , अनुशासन , नियम कानून न्याय के तहत पं॰ आन्दमणी दत्त जोशी ( झलमामा ) को सहयोग देकर साथ निभायें।
    
      अनुशासन विहीन परिवार , राज्य , देश व्यर्थ है 

    सबको देखा बार बार (झलमामा अबकी बार)
  
   अनुशासन , मरियादाओं का पालन की आवश्यकता है कंगाली में आटा गीला , गरीब दुःखी मन जीना व्यर्थ है। 

    पार्टीबाजी की सरकार राजा (नेता) ने प्रशासनिक तंत्र प्रत्येक नागरिक की सेवा करने वाले सेवार्थ शब्द के बजाय , प्रत्येक नागरिक को शराब व पार्टी के नशे मे लिप्त करा कर गुलाम बना रखा है प्रत्येक नागरिक को अपने मन में घुट-घुट कर जीना पड़ रहा है (भ्रष्टाचार)
नियमों का उलंघन कर विकास के बजाय विनाश कर रहे हैं पार्टीबाजी सरकार + अधिकारी 

      पार्टीबाजी सरकार +अधिकारी केे पास एक राज्य व केन्द्र को व्यवस्था की बागडोर हैं।
   गांव का प्रधान + बी०डी०ओ , डोमिसियल ,  विकास का विनाश कर 
    पटवारी , एस०डी०एम डी०एम , फीस, पार्टी के नशे में हमें प्रत्येक मतदाता को बर्बाद कर दिया है।
      
    एक अधिकारी के पास लगभग जितने भी कर्मचारी होते हैं पार्टीबाजी के माध्यम से सब गुलाम हैं , कर्मचारी मन में घुट-घुट कर जी रहे हैं। 

      500 व 1000 के नोट प्रत्येक नागरिक के पक्ष में 100%सही है रूपया पैंसा लक्ष्मी का वहन उल्लू बन्द हो गया था , लक्ष्मी चंचल होती है उसका वास कुंजर में होता है पार्टी नेता + अधिकारियों द्वारा काला धन मिट्टी की तरह बहा कर गरीब आदमी को मारा जा रहा है पार्टी नेता व अधिकारियों द्वारा पार्टी के नाम पर प्रत्येक नागरिक को गुलाम रखा जा रहा है। पार्टी सरकार केवल अपना पक्ष जानती है , भ्रष्टाचार फैलाना जानती है तू मेरी पार्टी का नहीं है , इस का काम मत करो ,पार्टीबाजी नेता व अधिकारी , इज्जत कदर , मान सम्मान , आदर , शिष्टाचार , अनुशासन , न्याय और भारत माँ को नहीं पहचानते हैं , भ्रष्ट प्रशासन तन्त्र बना कर , घपला , लड़ाई , झगड़ा , आंखें दिखाना बेसरम , बनाना चाहते हैं।
   
      भारत घर में , मालिक = राजा + अधिकारी पक्षपात करे तो भारत घर बर्बाद है प्रत्येक नागरिक संभल कर चलें इसलिए न्याय व सत्य इमानदारी पर भारत माँ की शान को बढ़ा कर माँ के भाई झलमामा को चौकीदारी के लिए ताकत (वोट) दें। 

Comments

  1. बहुत ही अच्छा आर्टिकल है। Very nice .... Thanks for this!! :) :)

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